30 जुलाई तक EPFO में नया फॉर्म नहीं भरा तो रुक सकती है पेंशन – संगठन ने जारी की चेतावनी

EPFO New Form – सरकारी योजनाओं का फायदा उठाने के लिए समय पर ज़रूरी कागज़ात भरना कितना जरूरी होता है, ये बात अब एक बार फिर से सामने आई है। EPFO (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) ने हाल ही में साफ़-साफ़ चेतावनी दी है कि अगर आपने 30 जुलाई 2025 तक नया जॉइंट विकल्प फॉर्म नहीं भरा, तो आपकी पेंशन रुक सकती है। बहुत से कर्मचारी इस प्रक्रिया को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, लेकिन इसके पीछे एक महत्वपूर्ण कारण है – सुप्रीम कोर्ट का फैसला, जो पेंशन योजना में बड़े बदलाव लेकर आया है।

क्या है EPFO का नया फॉर्म और क्यों है ये जरूरी?

EPFO यानी Employees’ Provident Fund Organisation ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर एक नया जॉइंट विकल्प फॉर्म जारी किया है। ये फॉर्म उन कर्मचारियों के लिए अनिवार्य है जो EPS (Employees’ Pension Scheme) के तहत अधिक पेंशन पाना चाहते हैं।

  • सुप्रीम कोर्ट ने 4 नवंबर 2022 को फैसला सुनाया था कि कर्मचारी अपने वास्तविक वेतन के आधार पर अधिक पेंशन का विकल्प चुन सकते हैं।
  • इसके लिए कर्मचारी और नियोक्ता दोनों की सहमति जरूरी है, जो इस फॉर्म के जरिए दी जाती है।
  • यह फॉर्म ऑनलाइन भरा जा सकता है, लेकिन समयसीमा 30 जुलाई तक रखी गई है।

अगर फॉर्म नहीं भरा तो क्या होगा?

अगर कोई पात्र कर्मचारी समय पर यह फॉर्म नहीं भरता, तो उसे भविष्य में ज्यादा पेंशन का लाभ नहीं मिलेगा। कई मामलों में तो मौजूदा पेंशन भी रुक सकती है या उसमें कटौती हो सकती है।

  • EPFO ने स्पष्ट किया है कि 30 जुलाई के बाद आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
  • इससे पहले अंतिम तारीख 3 मार्च थी, लेकिन इसे बढ़ाकर अब 30 जुलाई कर दिया गया है।
  • जो कर्मचारी या पेंशनभोगी फॉर्म नहीं भरेंगे, उनकी पेंशन की पात्रता पर असर पड़ेगा।

किन कर्मचारियों को भरना है यह फॉर्म?

नया जॉइंट विकल्प फॉर्म हर कर्मचारी को भरने की जरूरत नहीं है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो EPS में अधिक पेंशन चाहते हैं।

जिन्हें यह फॉर्म भरना चाहिए:

  • जिनका वेतन ₹15,000 प्रति माह से अधिक है।
  • जिन्होंने EPFO में 1 सितंबर 2014 से पहले सदस्यता ली थी।
  • जिनका EPF योगदान उनके वास्तविक वेतन के आधार पर हो रहा था।
  • जो रिटायर हो चुके हैं लेकिन 2014 के बाद से अधिक पेंशन का दावा करना चाहते हैं।

जिन्हें यह फॉर्म नहीं भरना चाहिए:

  • जिनका वेतन ₹15,000 या उससे कम है।
  • जिन्होंने 1 सितंबर 2014 के बाद EPFO में सदस्यता ली थी।

कैसे भरें यह फॉर्म – आसान प्रक्रिया

EPFO की वेबसाइट पर यह फॉर्म ऑनलाइन उपलब्ध है। इसे भरना कोई जटिल प्रक्रिया नहीं है, लेकिन ध्यान रखने वाली कुछ बातें हैं।

फॉर्म भरने की स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया:

  1. EPFO की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: www.epfindia.gov.in
  2. “पेंशन ऑन हायर सैलरी” सेक्शन पर क्लिक करें
  3. “जॉइंट ऑप्शन फॉर्म” पर क्लिक करके लॉगिन करें
  4. जरूरी डिटेल्स भरें – जैसे UAN, आधार नंबर, बैंक डिटेल्स आदि
  5. दस्तावेज़ अपलोड करें – जैसे कि वेतन प्रमाणपत्र, सेवा प्रमाणपत्र आदि
  6. अपने नियोक्ता की सहमति प्राप्त करें (डिजिटल तरीके से)
  7. अंतिम सबमिशन से पहले फॉर्म को अच्छी तरह जांच लें

असली ज़िंदगी के उदाहरण – क्यों न चूकें ये मौका?

केस 1: रवि कुमार, नोएडा
रवि 2005 से एक निजी कंपनी में काम कर रहे हैं। उनका वेतन 40,000 से ऊपर है, लेकिन उन्हें आज तक केवल ₹2,500 की मासिक पेंशन मिल रही थी। अब उन्होंने नया फॉर्म भरकर EPS में उच्च पेंशन के लिए दावा किया है। उम्मीद है कि उनकी पेंशन ₹10,000 से अधिक हो जाएगी।

केस 2: सीमा शर्मा, गाज़ियाबाद
सीमा जी 2010 में रिटायर हुई थीं और ₹1,800 की पेंशन मिल रही थी। उन्होंने कोर्ट के आदेश के बाद आवेदन किया और अब उनकी पेंशन ₹7,500 तक पहुंच सकती है। उन्होंने समय रहते फॉर्म भरा और लाभ मिला।

पेंशन रुकने का डर – लोगों में चिंता

EPFO की चेतावनी के बाद कई लोग चिंतित हैं, खासकर वो कर्मचारी जो सरकारी या प्राइवेट संस्थानों में लंबे समय तक काम कर चुके हैं। कई रिटायर्ड लोग भी इस खबर को सुनकर परेशान हो गए हैं।

  • कुछ कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें इस फॉर्म की जानकारी ही नहीं थी
  • कई नियोक्ता अभी तक कर्मचारियों को जागरूक नहीं कर रहे हैं
  • तकनीकी दिक्कतों के कारण लोग ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पा रहे हैं

मेरी सलाह (व्यक्तिगत अनुभव):
मेरे पिताजी एक पीएसयू से रिटायर हुए थे। जब यह जानकारी आई, तो शुरुआत में हमें भी कुछ समझ नहीं आया। लेकिन EPFO के लोकल ऑफिस में जाकर जानकारी ली और समय रहते फॉर्म भर दिया। अब उन्हें भी उम्मीद है कि उनकी पेंशन में सुधार होगा। इसीलिए मेरा सुझाव है कि हर कोई खुद जागरूक बने और अपने परिजनों को भी समय रहते फॉर्म भरवाए।

ध्यान रखने वाली जरूरी बातें

  • अंतिम तिथि: 30 जुलाई 2025
  • आवेदन ऑनलाइन ही होगा
  • EPFO पोर्टल पर UAN एक्टिवेट होना जरूरी है
  • आधार कार्ड और बैंक डिटेल्स अपडेट होनी चाहिए
  • नियोक्ता की सहमति ज़रूरी है
  • गलत जानकारी देने पर आवेदन रिजेक्ट हो सकता है

अपनी पेंशन को सुरक्षित रखें

यह मौका उन लाखों कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए सुनहरा अवसर है जो लंबे समय से EPS में योगदान कर रहे थे और कम पेंशन पा रहे थे। समय रहते फॉर्म भरकर आप न सिर्फ अपनी पेंशन बढ़ा सकते हैं, बल्कि भविष्य की अनिश्चितता से भी बच सकते हैं।

सरकार और EPFO की ये पहल कर्मचारियों के हक़ में है, लेकिन इसमें सफलता तभी मिलेगी जब आप खुद जागरूक होकर समय रहते जरूरी कदम उठाएं।

(अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

1. क्या हर कर्मचारी को यह नया फॉर्म भरना ज़रूरी है?
नहीं, सिर्फ उन्हीं कर्मचारियों को भरना है जो EPS में उच्च पेंशन का विकल्प चुनना चाहते हैं और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत पात्र हैं।

2. क्या रिटायर्ड लोग भी यह फॉर्म भर सकते हैं?
हाँ, जो लोग 1 सितंबर 2014 से पहले रिटायर हुए हैं और अधिक पेंशन का दावा करना चाहते हैं, वे भी यह फॉर्म भर सकते हैं।

3. क्या फॉर्म ऑफलाइन भरा जा सकता है?
नहीं, यह प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है और EPFO की वेबसाइट से ही की जा सकती है।

4. अगर फॉर्म समय पर नहीं भरा तो क्या होगा?
अगर आप 30 जुलाई 2025 तक फॉर्म नहीं भरते, तो अधिक पेंशन का लाभ नहीं मिलेगा और आपकी वर्तमान पेंशन भी प्रभावित हो सकती है।

5. क्या नियोक्ता की सहमति ज़रूरी है?
हाँ, यह फॉर्म तभी मान्य होगा जब कर्मचारी और नियोक्ता दोनों की सहमति इसमें शामिल हो।

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