Strong Storm and Heavy Rain – उत्तर भारत के कई राज्यों में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। IMD (भारतीय मौसम विभाग) ने 12 जुलाई के लिए एक बड़ा Storm Alert जारी किया है जिसमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तराखंड जैसे राज्यों में तेज़ आंधी और भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। लोगों को advised किया गया है कि वे गैर-ज़रूरी यात्रा से बचें, और अपने घरों में ही सुरक्षित रहें। पिछले साल की तरह इस बार भी जुलाई महीने में कई हिस्सों में बेमौसम तूफ़ान और तेज़ हवाएं देखने को मिली हैं, जिससे जान-माल का नुकसान हुआ था। इस बार IMD पहले ही Alert मोड पर है और राज्यों को तैयार रहने को कहा गया है। इस लेख में हम जानेंगे कि किन-किन शहरों में Storm का सबसे ज़्यादा असर होगा, क्या सावधानियां रखनी चाहिए और ऐसे मौसम में कैसे खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखा जाए।
किन शहरों में IMD ने जारी किया है Alert?
IMD की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, निम्नलिखित शहरों और क्षेत्रों में भारी बारिश और आंधी की चेतावनी जारी की गई है:
- दिल्ली-NCR: तेज़ हवाओं और गरज-चमक के साथ बारिश की पूरी संभावना
- लखनऊ, कानपुर, वाराणसी (उत्तर प्रदेश): 50 से 70 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं
- जयपुर, कोटा (राजस्थान): धूलभरी आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी
- चंडीगढ़, लुधियाना, पटियाला (पंजाब): सुबह और शाम के समय भारी बारिश
- देहरादून, नैनीताल (उत्तराखंड): भूस्खलन की संभावना के चलते यलो अलर्ट
- गुरुग्राम, फरीदाबाद (हरियाणा): तेज़ आंधी और गिरे हुए पेड़ों से ट्रैफिक बाधित हो सकता है
बारिश और तूफान का संभावित समय और प्रभाव
- IMD के अनुसार, यह तूफान 12 जुलाई को दोपहर के बाद से शुरू होकर रात तक प्रभावी रह सकता है।
- रात्रि 10 बजे तक अधिकतर क्षेत्रों में 40 से 60 मिमी तक वर्षा रिकॉर्ड की जा सकती है।
- हवाओं की गति 70 किमी/घंटा तक पहुंच सकती है जो कि छोटे ढांचों को क्षति पहुंचा सकती है।
इस तूफान में किन-किन चीज़ों का रखना है ध्यान?
लोगों की सुरक्षा के लिए नीचे दिए गए कुछ सुझावों का पालन करें:
- खुले में खड़े वाहन और टूटी हुई बिजली की तारों से दूरी बनाए रखें
- छत या बालकनी में रखे भारी सामान को अंदर कर लें
- मोबाइल चार्ज रखें, टॉर्च और जरूरी दवाएं पास रखें
- ज़रूरत न हो तो यात्रा से बचें
- स्कूल-कॉलेज को प्रशासनिक निर्णय के अनुसार बंद भी किया जा सकता है
IMD Alert पर सरकार की तैयारी
राज्य सरकारें अलर्ट मोड पर हैं और ज़रूरी संसाधनों को पहले से ही सक्रिय कर दिया गया है:

- यूपी, हरियाणा और पंजाब में NDRF की टीमें तैनात
- दिल्ली में PWD और फायर ब्रिगेड को स्टैंडबाय मोड पर रखा गया
- स्कूल-कॉलेज में बच्चों की छुट्टी घोषित की जा सकती है अगर मौसम बिगड़ता है
- बिजली और जल विभाग को तुरंत एक्शन लेने के निर्देश
ऐसे मौसम में किसानों को क्या करना चाहिए?
- अपनी फसल को प्लास्टिक कवर से ढक दें
- खेतों में पानी का बहाव रोकने के उपाय करें
- पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखें
- बिजली के खंभों या तारों से दूर रहें
पिछले साल के अनुभव से क्या सीख?
पिछले साल 2023 के जुलाई महीने में ठीक इसी तरह का तूफान आया था जिसमें दिल्ली और यूपी के कई इलाकों में पेड़ गिर गए थे, बिजली गुल रही थी और ट्रैफिक पूरी तरह से बाधित हो गया था। मैंने खुद उस दिन गुड़गांव में ऑफिस से निकलने की गलती की थी और 2 घंटे तक ट्रैफिक में फंसा रहा। यही वजह है कि जब भी IMD इस तरह का Alert जारी करे, तो उसे हल्के में न लें।
लोगों की राय और ज़मीनी हकीकत
- राजेश (दिल्ली, प्राइवेट जॉब): “मैंने ऑफिस से वर्क फ्रॉम होम की रिक्वेस्ट पहले ही डाल दी है। पिछले बार बारिश में बाइक स्किड हो गई थी।”
- सावित्री देवी (गोरखपुर, गृहिणी): “अब तो बारिश में सब्ज़ी मंडी जाना भी रिस्क लगता है। पहले से घर का सामान भरकर रखा है।”
- रवि (पंजाब, किसान): “पिछली बार मेरी गेहूं की फसल बारिश में बर्बाद हो गई थी। अब खेत को ढकने का इंतजाम कर लिया है।”
इन शहरों का संभावित मौसम विवरण – 12 जुलाई
शहर का नाम | बारिश की संभावना | हवाओं की रफ्तार | विशेष चेतावनी |
---|---|---|---|
दिल्ली | 90% | 60 किमी/घंटा | ट्रैफिक जाम, जलभराव |
लखनऊ | 80% | 50 किमी/घंटा | बिजली गिरने का खतरा |
जयपुर | 70% | 55 किमी/घंटा | धूलभरी आंधी |
देहरादून | 75% | 50 किमी/घंटा | भूस्खलन, यलो अलर्ट |
चंडीगढ़ | 85% | 65 किमी/घंटा | भारी वर्षा |
फरीदाबाद | 80% | 60 किमी/घंटा | पेड़ गिरने का खतरा |
पटियाला | 70% | 50 किमी/घंटा | तेज़ आंधी, बिजली गिरना |
कोटा | 65% | 45 किमी/घंटा | धूलभरी हवाएं |
नहीं, घबराने की ज़रूरत नहीं है लेकिन सतर्क रहना बेहद ज़रूरी है। IMD द्वारा समय रहते दी गई चेतावनी को गंभीरता से लें और अपना प्लान उसी हिसाब से बनाएं। अगर आपके क्षेत्र का नाम Alert लिस्ट में शामिल है, तो एक-दो दिन तक घर से बाहर निकलने से बचें और अपने आस-पास के लोगों को भी इसके बारे में सूचित करें। ऐसे मौसम में संयम और जागरूकता ही सबसे बड़ी सुरक्षा होती है।
बार-बार पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न 1: क्या यह तूफान दिल्ली में बाढ़ ला सकता है?
उत्तर: अगर लगातार भारी बारिश होती है तो कुछ इलाकों में जलभराव हो सकता है, लेकिन प्रशासन तैयार है।
प्रश्न 2: क्या स्कूल बंद किए जाएंगे?
उत्तर: स्थानीय प्रशासन मौसम के अनुसार फैसला लेगा, कई जगह छुट्टी की संभावना है।
प्रश्न 3: क्या रेलवे और मेट्रो सेवाएं प्रभावित होंगी?
उत्तर: भारी बारिश और हवा से कुछ देर के लिए सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं, लेकिन फिलहाल ऐसी कोई घोषणा नहीं हुई है।
प्रश्न 4: क्या किसानों को मुआवज़ा मिलेगा अगर फसल बर्बाद होती है?
उत्तर: अगर फसल नुकसान होता है तो राज्य सरकार की योजनाओं के तहत मुआवज़ा मिल सकता है, संबंधित विभाग से संपर्क करें।
प्रश्न 5: Alert वाली जानकारी कहां से ली जाती है?
उत्तर: IMD (भारतीय मौसम विभाग) की वेबसाइट और मोबाइल एप से सबसे सटीक जानकारी मिलती है।