Toll Tax Rules – हाईवे पर सफर करने वालों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। अब टोल टैक्स में 50% तक की कटौती कर दी गई है, जो देश के अलग-अलग हिस्सों में लागू कर दी गई है। यह नया नियम फिलहाल 15 नए रूट्स पर लागू हुआ है। इसका मकसद लोगों का सफर आसान बनाना, समय की बचत करना और आर्थिक बोझ को कम करना है। अब जब ईंधन महंगा हो गया है, ऐसे में टोल टैक्स में राहत मिलना किसी वरदान से कम नहीं।
क्या है टोल टैक्स और क्यों लगता है?
टोल टैक्स उस राशि को कहते हैं जो हमें हाईवे या एक्सप्रेसवे पर सफर करने के लिए सरकार या प्राइवेट कंपनी को देनी होती है। इस पैसे का उपयोग सड़कों के निर्माण, रखरखाव और सुधार में किया जाता है। जैसे-जैसे देश में हाईवे नेटवर्क बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे टोल प्लाजा की संख्या भी बढ़ी है।
- टोल टैक्स का सीधा असर आपकी जेब पर पड़ता है
- रोजाना हाईवे पर सफर करने वालों पर ये बोझ और भी बढ़ जाता है
- सरकार ने अब इसमें कटौती कर लोगों को राहत देने की पहल की है
टोल टैक्स में कटौती का मुख्य उद्देश्य
सरकार द्वारा टोल टैक्स में कटौती का फैसला कई उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है:
- आम जनता को राहत देना
- व्यावसायिक परिवहन को सस्ता बनाना
- ट्रैफिक को नियंत्रित करना
- वैकल्पिक रूट्स को बढ़ावा देना
- डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित करना
किन 15 रूट्स पर लागू हुआ नया नियम?
नीचे दिए गए 15 रूट्स पर टोल टैक्स में 50% तक की कटौती की गई है:
क्रम संख्या | रूट का नाम | राज्य | पुराना टोल शुल्क | नया टोल शुल्क |
---|---|---|---|---|
1 | दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे | दिल्ली-राजस्थान | ₹120 | ₹60 |
2 | मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे | महाराष्ट्र | ₹230 | ₹115 |
3 | आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे | उत्तर प्रदेश | ₹320 | ₹160 |
4 | चेन्नई-बेंगलुरु हाईवे | तमिलनाडु-कर्नाटक | ₹180 | ₹90 |
5 | कोलकाता-दुर्गापुर हाईवे | पश्चिम बंगाल | ₹150 | ₹75 |
6 | भोपाल-इंदौर हाईवे | मध्य प्रदेश | ₹110 | ₹55 |
7 | चंडीगढ़-लुधियाना हाईवे | पंजाब | ₹90 | ₹45 |
8 | हैदराबाद-विजयवाड़ा एक्सप्रेसवे | तेलंगाना | ₹200 | ₹100 |
9 | अहमदाबाद-वडोदरा एक्सप्रेसवे | गुजरात | ₹170 | ₹85 |
10 | नागपुर-औरंगाबाद हाईवे | महाराष्ट्र | ₹130 | ₹65 |
11 | पटना-गया डबल लेन रोड | बिहार | ₹70 | ₹35 |
12 | कानपुर-इलाहाबाद हाईवे | उत्तर प्रदेश | ₹140 | ₹70 |
13 | जयपुर-कोटा हाईवे | राजस्थान | ₹160 | ₹80 |
14 | शिलांग-गुवाहाटी एक्सप्रेसवे | मेघालय-असम | ₹190 | ₹95 |
15 | देहरादून-हरिद्वार एक्सप्रेसवे | उत्तराखंड | ₹100 | ₹50 |
इस नए नियम से किन लोगों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा?
- जो लोग रोजाना ऑफिस या बिज़नेस के लिए एक शहर से दूसरे शहर आते-जाते हैं
- ट्रांसपोर्ट कंपनियाँ जिन्हें रोज भारी वाहनों से माल ढोना होता है
- ट्रैवल कंपनियाँ जो हाईवे रूट्स पर टूरिस्ट को ले जाती हैं
- आम जनता जो त्योहारों या छुट्टियों में रोड ट्रिप पर जाती है
उदाहरण के तौर पर, मेरा एक दोस्त दिल्ली से जयपुर रोजाना अप-डाउन करता है अपने बिजनेस के सिलसिले में। पहले उसे सिर्फ टोल टैक्स में ₹240 प्रतिदिन खर्च करने पड़ते थे, लेकिन अब ये घटकर ₹120 हो गया है, यानी महीने में ₹3,600 की बचत। यह बहुत बड़ी राहत है।
डिजिटल पेमेंट और FASTag का बढ़ता चलन
सरकार अब अधिकतर टोल प्लाजा पर डिजिटल भुगतान को अनिवार्य बना रही है। FASTag के जरिए न केवल समय की बचत होती है बल्कि छूट भी मिलती है।
- FASTag से भुगतान करने पर अतिरिक्त छूट मिलती है
- लंबी लाइनों में खड़े होने से राहत
- पेपरलेस और ट्रांसपेरेंट ट्रांजेक्शन
यह फैसला कब से और कैसे लागू हुआ?
यह टोल टैक्स में कटौती 1 जुलाई 2025 से प्रभावी हुई है। संबंधित राज्य सरकारों और NHAI ने इन 15 रूट्स पर रेट घटा दिए हैं। आने वाले समय में अगर इसका अच्छा प्रभाव दिखता है तो इसे अन्य रूट्स पर भी लागू किया जा सकता है।
इस फैसले का आर्थिक असर
यह टोल कटौती न सिर्फ आम आदमी की जेब को राहत देगी, बल्कि लॉजिस्टिक इंडस्ट्री के लिए भी गेम चेंजर साबित हो सकती है:
- लॉजिस्टिक कंपनियों की ऑपरेटिंग लागत कम होगी
- सामान की कीमतों पर सकारात्मक असर
- छोटे व्यापारियों को राहत
भविष्य में और किन रूट्स पर मिल सकती है राहत?
सरकार ने संकेत दिए हैं कि अगर इस स्कीम से ट्रैफिक मैनेजमेंट बेहतर होता है और जनता को वाकई फायदा होता है तो अगले चरण में 30 और रूट्स को इस स्कीम में जोड़ा जा सकता है। जिनमें प्रमुख रूट्स हो सकते हैं:

- दिल्ली-हरियाणा का कुंडली मानेसर हाईवे
- वाराणसी-गोरखपुर हाईवे
- त्रिवेंद्रम-कन्नूर एक्सप्रेसवे
यह कदम क्यों है जरूरी?
जब देश आर्थिक रूप से आगे बढ़ रहा है, तो लोगों को सहूलियत देना भी जरूरी है। टोल टैक्स में कटौती एक छोटा लेकिन असरदार कदम है जिससे:
- जनता को आर्थिक राहत मिलेगी
- ट्रैफिक का दबाव घटेगा
- डिजिटलीकरण को बढ़ावा मिलेगा
मेरा निजी अनुभव
मैं खुद एक बार हरिद्वार जाते वक्त भारी ट्रैफिक में टोल प्लाज़ा पर करीब 45 मिनट फंसा था। अगर उस समय FASTag और छूट वाला सिस्टम होता तो समय, ईंधन और पैसे तीनों की बचत होती। इस नई व्यवस्था से अब सफर वाकई में आसान और किफायती हो गया है।
(अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
1. टोल टैक्स में कटौती का फायदा सिर्फ निजी वाहनों को मिलेगा या व्यवसायिक वाहनों को भी?
कटौती सभी वाहनों पर लागू है, लेकिन व्यवसायिक वाहनों के लिए यह राहत ज्यादा बड़ी है।
2. FASTag के बिना क्या मुझे छूट मिलेगी?
नहीं, अधिकतर छूट केवल FASTag यूजर्स को ही मिलती है।
3. क्या यह नियम पूरे देश में लागू है?
फिलहाल यह केवल 15 रूट्स पर लागू किया गया है।
4. क्या भविष्य में और रूट्स पर यह नियम लागू होगा?
हाँ, सरकार ने इसके संकेत दिए हैं।
5. क्या टोल टैक्स में कटौती स्थायी है या सीमित समय के लिए?
फिलहाल यह एक पायलट प्रोजेक्ट है, सफलता पर इसे स्थायी भी किया जा सकता है।