e-Service Book – सरकारी दफ्तरों में फाइलें गुम हो जाना या रिकॉर्ड समय पर न मिलना एक बेहद आम समस्या रही है। कई बार प्रमोशन, पेंशन, सर्विस वेरिफिकेशन या छुट्टी जैसे जरूरी मामलों में पुरानी फाइलें खोजने में महीनों लग जाते हैं। इससे सिर्फ कर्मचारी ही नहीं, विभाग भी परेशान होते हैं। लेकिन अब सरकार ने इस समस्या का समाधान निकाल लिया है – e-Service Book के ज़रिए। यह एक डिजिटल सिस्टम है जिसमें हर सरकारी कर्मचारी का पूरा सर्विस रिकॉर्ड ऑनलाइन स्टोर रहेगा। न फाइल गुम होगी, न दस्तावेज़ों की झंझट – बस एक क्लिक पर पूरी जानकारी मिल जाएगी। यह बदलाव न केवल व्यवस्था को पारदर्शी बनाएगा, बल्कि कर्मचारियों की ज़िंदगी भी आसान करेगा। आइए विस्तार से जानते हैं कि e-Service Book क्या है, कैसे काम करती है और इससे कर्मचारियों को क्या-क्या लाभ होंगे।
e-Service Book क्या है?
e-Service Book सरकारी कर्मचारियों की एक डिजिटल सर्विस डायरी है, जिसमें उनकी नौकरी से जुड़ी सारी जानकारियां रिकॉर्ड की जाती हैं। यह मैनुअल सर्विस बुक की जगह ले चुकी है और इसे भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक गवर्नेंस मिशन के तहत लॉन्च किया गया है।
- हर कर्मचारी की नियुक्ति, प्रमोशन, ट्रांसफर, छुट्टी, वेतन, पेंशन जैसी जानकारियां इसमें दर्ज होती हैं
- सभी जानकारी क्लाउड पर सुरक्षित होती है
- किसी भी समय किसी भी डिवाइस से एक्सेस की जा सकती है
सरकारी कर्मचारियों को क्या लाभ मिलेगा?
सरकार ने इस व्यवस्था को खासतौर से कर्मचारियों की सुविधा को ध्यान में रखकर शुरू किया है। इससे कर्मचारियों को कई अहम फायदे होंगे:
- अब फाइल गुम नहीं होगी, हर जानकारी डिजिटल रूप में सुरक्षित रहेगी
- प्रमोशन, ट्रांसफर, पेंशन जैसे मामलों में प्रक्रिया तेज़ और पारदर्शी होगी
- कर्मचारी खुद अपने रिकॉर्ड को कभी भी ऑनलाइन चेक कर सकते हैं
- छुट्टियों का हिसाब और सर्विस की लंबाई आसानी से ट्रैक हो पाएगी
एक सरकारी कर्मचारी का अनुभव
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में कार्यरत एक क्लर्क, रामस्वरूप यादव ने बताया, “पहले छुट्टी का आवेदन देना और फिर फाइल ढूंढना बेहद मुश्किल होता था। कई बार मेरी पुरानी सर्विस बुक गायब हो चुकी थी, जिससे प्रमोशन में देरी हुई। लेकिन अब e-Service Book के चलते मुझे खुद लॉगिन करके सब जानकारी मिल जाती है। मैंने छुट्टी के लिए ऑनलाइन अप्लाई किया और उसी दिन अप्रूवल मिल गया।”
विभागों के लिए भी आसान होगा काम
e-Service Book सिर्फ कर्मचारियों के लिए नहीं, बल्कि विभागों के लिए भी बहुत उपयोगी है:
- HRMS सिस्टम के तहत सभी कर्मचारियों का डेटा एक जगह रहेगा
- पेंशन निकालने में आसानी होगी, कोई दस्तावेज़ जमा करने की जरूरत नहीं
- वित्तीय रिकॉर्ड रखने में पारदर्शिता आएगी
- किसी भी समय रिपोर्ट निकालना बेहद आसान होगा
किन विभागों में लागू हो चुका है e-Service Book?
भारत सरकार ने सबसे पहले यह व्यवस्था केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए लागू की थी। अब धीरे-धीरे यह राज्यों और स्थानीय निकायों तक भी पहुंचाई जा रही है। नीचे कुछ विभागों की सूची दी गई है जहाँ यह लागू हो चुका है:
विभाग का नाम | लागू होने की स्थिति | लाभार्थी कर्मचारी |
---|---|---|
रेल मंत्रालय | पूर्ण रूप से लागू | 8 लाख+ |
रक्षा मंत्रालय | आंशिक रूप से लागू | 5 लाख+ |
डाक विभाग | पूर्ण रूप से लागू | 3 लाख+ |
गृह मंत्रालय | प्रायोगिक तौर पर शुरू | 2 लाख+ |
शिक्षा विभाग (राज्य स्तर) | धीरे-धीरे विस्तार हो रहा है | राज्यवार आंकड़े |
कैसे करें e-Service Book का उपयोग?
हर सरकारी कर्मचारी के लिए एक यूनिक ID और पासवर्ड होता है जिसे HRMS पोर्टल के जरिए लॉगिन किया जा सकता है। एक बार लॉगिन करने के बाद वे अपनी सारी जानकारी देख सकते हैं:
- नियुक्ति की तारीख और जगह
- छुट्टियों का रिकॉर्ड
- प्रमोशन और इंक्रीमेंट की डिटेल
- ट्रांसफर हिस्ट्री
- पेंशन योग्य सेवाएं
क्या किसी प्रशिक्षण की ज़रूरत है?
e-Service Book का इंटरफेस बहुत ही आसान और हिंदी-अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है। सरकार ने इसके लिए विभाग स्तर पर प्रशिक्षण भी शुरू किया है ताकि हर कर्मचारी इस सुविधा का पूरा लाभ उठा सके। अगर कोई कर्मचारी खुद से ऑपरेट नहीं कर पाता है, तो उसके लिए विभाग में हेल्प डेस्क भी उपलब्ध है।
डेटा सुरक्षित कैसे रहेगा?
यह सवाल कई लोगों के मन में होता है कि क्या डिजिटल डेटा हैक या गुम हो सकता है? इसका जवाब है – नहीं। e-Service Book का डेटा NIC (National Informatics Centre) के सर्वर पर सुरक्षित रहता है। यह पूरी तरह से एन्क्रिप्टेड होता है और समय-समय पर बैकअप भी लिया जाता है।
भविष्य में क्या बदलाव हो सकते हैं?
सरकार भविष्य में इसे मोबाइल ऐप से जोड़ने की योजना बना रही है। जिससे कर्मचारी अपने फोन से ही सारी जानकारी एक्सेस कर सकें। इसके अलावा:
- रिटायरमेंट क्लेम भी इसी पोर्टल के ज़रिए होगा
- e-Leave, e-Promotion जैसे अन्य मॉड्यूल भी इसमें जुड़ेगे
- ऑटोमैटिक सर्विस रिव्यू सिस्टम भी इसमें जोड़ा जाएगा
e-Service Book सरकारी तंत्र में एक बड़ा बदलाव है। इससे पारदर्शिता, समय की बचत और कार्यप्रणाली में सुधार आएगा। हर कर्मचारी को इससे लाभ मिलेगा और लंबे समय तक इसका सकारात्मक असर देखने को मिलेगा।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्र.1: क्या e-Service Book सिर्फ केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए है?
उत्तर: शुरुआत में यह केंद्र सरकार के लिए शुरू हुई थी, लेकिन अब राज्यों में भी इसे लागू किया जा रहा है।
प्र.2: क्या e-Service Book में गलत जानकारी को सुधारा जा सकता है?
उत्तर: हां, कर्मचारी विभागीय HR सेक्शन से संपर्क करके सुधार करवा सकते हैं।
प्र.3: क्या इसके लिए कोई चार्ज देना होता है?
उत्तर: नहीं, यह सुविधा पूरी तरह निशुल्क है।
प्र.4: क्या रिटायरमेंट के बाद भी e-Service Book एक्सेस कर सकते हैं?
उत्तर: हां, पेंशन से जुड़े मामलों में जानकारी देखने के लिए लॉगिन संभव है।
प्र.5: क्या मोबाइल से भी लॉगिन किया जा सकता है?
उत्तर: वर्तमान में यह सुविधा वेब पोर्टल तक सीमित है, लेकिन भविष्य में मोबाइल ऐप लॉन्च किया जाएगा।