अब RAC टिकट पर भी मिलेगा फुल सीट का हक! रेलवे ने 1 अगस्त 2025 से लागू किया सबसे बड़ा बदलाव | Railway Ticket Rule

Railway Ticket Rule – अब RAC टिकट वालों को भी मिलेगा पूरा हक बैठने का! भारतीय रेलवे का नया नियम यात्रियों के लिए राहत की खबर लेकर आया है। 1 अगस्त 2025 से लागू होने जा रहे इस बदलाव के बाद RAC (Reservation Against Cancellation) यात्रियों को अब आधी नहीं, पूरी सीट का फायदा मिलेगा। यानी सफर अब होगा और भी आरामदायक, चाहे टिकट वेटिंग में क्यों न हो। चलिए, विस्तार से जानते हैं इस बदलाव के मायने और इसके पीछे की पूरी कहानी।

RAC टिकट क्या होता है?

सबसे पहले समझते हैं कि RAC टिकट होता क्या है। जब ट्रेन में सीटें फुल हो जाती हैं और किसी यात्री की टिकट कन्फर्म नहीं होती, तब उसे RAC यानी ‘Reservation Against Cancellation’ स्टेटस मिलता है। इसका मतलब है कि आपकी टिकट वेटिंग लिस्ट से ऊपर आ चुकी है, लेकिन अभी पूरी तरह से कन्फर्म नहीं हुई है। RAC टिकट वाले यात्री को सफर करने की अनुमति होती है, लेकिन उसे पूरी सीट नहीं, बल्कि आधी सीट मिलती है, जिसे वो किसी और RAC यात्री के साथ शेयर करता है।

नया नियम क्या है और कब से लागू होगा?

रेलवे मंत्रालय ने 1 अगस्त 2025 से RAC टिकट सिस्टम में बड़ा बदलाव करने का फैसला लिया है। इस बदलाव के तहत:

  • अब RAC यात्रियों को आधी नहीं, पूरी सीट दी जाएगी।
  • ट्रेन में RAC सीटों की संख्या घटाई जाएगी, ताकि हर यात्री को पूरी सुविधा मिल सके।
  • यह नियम सभी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में लागू किया जाएगा।

ये बदलाव क्यों किया गया है?

भारतीय रेलवे ने यह निर्णय यात्रियों की शिकायतों और फीडबैक के आधार पर लिया है। पिछले कुछ वर्षों में यह देखा गया कि:

  • RAC टिकट लेने वाले यात्रियों को सफर के दौरान बहुत असुविधा होती थी।
  • एक ही सीट पर दो लोगों का बैठना/सोना बेहद मुश्किल हो जाता था।
  • यात्रियों की नींद पूरी नहीं हो पाती थी, जिससे उनकी यात्रा खराब हो जाती थी।

रेलवे के अनुसार, अब समय है कि यात्रियों को बेहतर अनुभव दिया जाए, भले ही इसके लिए कुछ कम यात्रियों को RAC में मौका मिले।

नया सिस्टम कैसे काम करेगा?

बदलाव का पहलू पुराना सिस्टम नया सिस्टम (1 अगस्त 2025 से)
सीट आवंटन आधी सीट दो यात्रियों को पूरी सीट एक यात्री को
कुल RAC सीटें ज्यादा कम
सफर में आराम कम ज्यादा
यात्रा अनुभव समझौता करना पड़ता था आरामदायक अनुभव

रेलवे की योजना है कि कोच में ऐसी व्यवस्था की जाए, जिससे बिना भीड़भाड़ के यात्री सफर कर सकें। इस बदलाव से सफर अब पहले से ज़्यादा आरामदायक होगा।

यात्रियों को क्या फायदा मिलेगा?

इस बदलाव से यात्रियों को कई फायदे होंगे:

  • अब पूरी सीट मिलने से लंबी दूरी की यात्रा में थकावट कम होगी
  • खासकर बुज़ुर्ग, महिलाएं और बच्चे ज्यादा आराम से सफर कर सकेंगे।
  • बिना समझौते के एक सुरक्षित और निजी यात्रा का अनुभव मिलेगा।
  • अब आधी सीट के कारण होने वाली बहस और झगड़ों में भी कमी आएगी।

एक आम यात्री की कहानी

राहुल एक निजी कंपनी में काम करता है और हर महीने लखनऊ से दिल्ली आता-जाता है। उसके पास अक्सर अचानक यात्रा का प्लान होता है, जिस वजह से उसे RAC टिकट मिलती है। राहुल बताता है, “आधी सीट में नींद लेना मुश्किल होता है। ऑफिस पहुंचते ही मैं थका हुआ महसूस करता हूं।”

अब जब रेलवे ने पूरा सीट देने का फैसला किया है, तो राहुल जैसे हज़ारों यात्रियों को राहत मिलेगी।

मेरे खुद के अनुभव

मैंने खुद कई बार RAC टिकट पर यात्रा की है, खासकर त्योहारों के समय जब सीट मिलना मुश्किल हो जाता है। एक बार मुझे कोलकाता से पटना जाना था, और मेरी टिकट RAC में थी। मुझे किसी और यात्री के साथ बर्थ शेयर करनी पड़ी, रातभर ठीक से नींद नहीं आई। अगली सुबह हालत खराब थी।

अगर उस समय ये नया नियम होता, तो सफर बहुत बेहतर होता। इसलिए मुझे लगता है कि ये बदलाव वाकई ज़रूरी था।

किन ट्रेनों में मिलेगा ये फायदा?

रेलवे ने यह बदलाव सभी मेल, एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों में लागू करने की घोषणा की है। यानी चाहे राजधानी हो या जनशताब्दी, हर ट्रेन में अब RAC यात्रियों को फुल सीट दी जाएगी।

हालांकि यह अभी लोकल ट्रेनों या अनारक्षित ट्रेनों में लागू नहीं होगा।

क्या इससे बाकी यात्रियों को नुकसान होगा?

कुछ हद तक हां, क्योंकि RAC की सीटें कम कर दी जाएंगी। इसका मतलब ये है कि:

  • अब कम लोगों को RAC में सीट मिल पाएगी।
  • वेटिंग लिस्ट से टिकट कन्फर्म होना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।

लेकिन रेलवे का मानना है कि गुणवत्ता बेहतर होना चाहिए, न कि मात्रा। इसलिए ये निर्णय लंबी दूरी के यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

ये बदलाव क्यों अहम है?

इस फैसले से भारतीय रेलवे एक बार फिर साबित कर रहा है कि वह यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। यह बदलाव सिर्फ एक नियम नहीं, बल्कि यात्रियों की रोजमर्रा की परेशानियों का समाधान है।

अगर आप भी अक्सर RAC टिकट पर यात्रा करते हैं, तो 1 अगस्त 2025 के बाद आपकी यात्रा पूरी तरह से बदल जाएगी — ज्यादा आराम, ज्यादा स्पेस और बिना किसी असुविधा के।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. क्या सभी RAC यात्रियों को अब पूरी सीट मिलेगी?
हां, 1 अगस्त 2025 से सभी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में RAC यात्रियों को पूरी सीट दी जाएगी।

2. क्या अब RAC टिकट की संख्या कम हो जाएगी?
जी हां, रेलवे ने RAC सीटों की संख्या घटाने का फैसला किया है ताकि हर यात्री को फुल सीट मिल सके।

3. यह नियम किन ट्रेनों में लागू होगा?
यह नियम मेल, एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों में लागू होगा। लोकल ट्रेनों में नहीं।

4. क्या इससे वेटिंग लिस्ट में टिकट मिलने में दिक्कत होगी?
हां, थोड़ी बहुत दिक्कत हो सकती है क्योंकि सीटों की संख्या सीमित कर दी जाएगी।

5. क्या यह बदलाव सिर्फ नई बुकिंग पर लागू होगा?
जी हां, यह नियम 1 अगस्त 2025 से नई बुकिंग पर लागू होगा। पहले से बुक टिकटों पर इसका असर नहीं पड़ेगा।

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