Rajasthan Rain Alert – राजस्थान में मानसून की दस्तक के साथ ही अब मौसम ने करवट ले ली है। कई जिलों में भारी बारिश का सिलसिला शुरू हो चुका है और अब मौसम विभाग ने 17 जुलाई 2025 तक के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। खासकर दक्षिण-पश्चिमी और पूर्वी राजस्थान के कई इलाके जलभराव और स्कूल बंदी जैसी स्थिति का सामना कर सकते हैं। अगर आप राजस्थान में रहते हैं या वहां किसी काम से जाने का प्लान बना रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी हो सकती है। आइए विस्तार से जानते हैं किन जिलों में खतरे की स्थिति है, स्कूलों पर क्या असर पड़ेगा, और आम जनता को क्या सतर्कता बरतनी चाहिए।
मौसम विभाग का अलर्ट – कहां और कब भारी बारिश की संभावना?
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 12 जिलों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। कुछ जिलों में रेड अलर्ट भी जारी हुआ है, जिसका मतलब है कि वहां जान-माल का नुकसान हो सकता है।
भारी बारिश की संभावना वाले जिले:
- कोटा
- झालावाड़
- बारां
- बूंदी
- चित्तौड़गढ़
- उदयपुर
- डूंगरपुर
- बांसवाड़ा
- प्रतापगढ़
- सिरोही
- राजसमंद
- भीलवाड़ा
इन जिलों में 13 से 17 जुलाई के बीच मूसलधार बारिश के आसार हैं, जिसमें दिनभर का तेज जलप्रवाह और बादल फटने जैसी घटनाएं भी हो सकती हैं।
स्कूल बंद होने की स्थिति – बच्चों और अभिभावकों के लिए जरूरी जानकारी
बारिश के चलते कई जिलों में जिला कलेक्टरों ने स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए हैं। अभी तक 5 जिलों में छुट्टी की आधिकारिक घोषणा हो चुकी है, जबकि बाकी जिलों में मौसम की स्थिति के अनुसार फैसला लिया जाएगा।
अब तक स्कूलों में छुट्टी की पुष्टि वाले जिले:
- कोटा (13 से 15 जुलाई तक)
- झालावाड़ (14 जुलाई तक)
- बारां (13 जुलाई को एकदिवसीय अवकाश)
- बूंदी (आवश्यकतानुसार छुट्टी की घोषणा)
- डूंगरपुर (संभावित छुट्टी पर निर्णय प्रक्रिया में)
स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि जहां स्थिति और बिगड़ सकती है, वहां स्कूलों को 17 जुलाई तक बंद रखने की तैयारी है।
आम लोगों के लिए जरूरी सुझाव – ऐसे रखें खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित
भारी बारिश के दौरान घर से बाहर निकलना एक बड़ा जोखिम हो सकता है। विशेषकर उन इलाकों में जो निचले स्तर पर हैं और जहां जलभराव की समस्या हर साल सामने आती है।
बरसात में सुरक्षा के लिए सुझाव:
- अनावश्यक यात्रा से बचें
- बिजली के खंभों और खुले तारों से दूर रहें
- बच्चों को स्कूल भेजने से पहले स्थानीय अपडेट जरूर देखें
- जिन घरों में निचले फ्लोर पर पानी भर सकता है, वहां बाल्टियों और इलेक्ट्रॉनिक सामान को ऊंचाई पर रखें
- मोबाइल में अलर्ट ऐप्स और मौसम अपडेट चालू रखें
व्यक्तिगत अनुभव: पिछले साल भी जब मैं कोटा में था, तो जुलाई में अचानक बारिश शुरू हुई और पूरा मोहल्ला पानी में डूब गया। कई घरों में पानी घुस गया और बच्चों की स्कूल की कॉपियां, बस्ता सब खराब हो गया। इस बार मैंने पहले से प्लास्टिक कवर में जरूरी सामान रख दिया है ताकि नुकसान न हो।
किसानों और ग्रामीण इलाकों में रहने वालों के लिए जरूरी चेतावनी
राजस्थान के कई हिस्सों में किसान अभी खरीफ की बुवाई में लगे हैं। लगातार बारिश से खेतों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे फसल खराब होने का खतरा है।
किसानों को क्या ध्यान रखना चाहिए:
- खेतों की नालियों को साफ रखें ताकि पानी निकलता रहे
- बीज और खाद को सूखे स्थान पर रखें
- पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर रखें
- गांवों में पंचायत स्तर पर आपात सहायता के लिए पहले से संपर्क बनाए रखें
बिजली और इंटरनेट सेवा में हो सकती है रुकावट – तैयार रहें
तेज बारिश और तूफानी हवाओं के कारण कई जगहों पर बिजली और मोबाइल नेटवर्क की समस्या आ सकती है। इसलिए पहले से बैकअप की तैयारी रखें।

तकनीकी समस्या से बचाव के उपाय:
- मोबाइल को फुल चार्ज करके रखें
- पॉवर बैंक साथ रखें
- जरूरी कागजात का डिजिटल बैकअप बनाएं
- अपने बच्चों को बाहर खेलने से रोकें, खासकर अगर बिजली गिरने की आशंका हो
क्या करें अगर आप यात्रा पर हैं या किसी इवेंट में जाना है?
अगर आप इन दिनों शादी, पारिवारिक कार्यक्रम या ऑफिस मीटिंग के लिए बाहर निकलने की योजना बना रहे हैं, तो प्लान में लचीलापन रखें।
यात्रा के समय ध्यान देने योग्य बातें:
- गाड़ी का इंजन, ब्रेक और टायर की जांच करवाएं
- वाटरप्रूफ कवर रखें
- बुकिंग रद्द करनी हो तो फुल रिफंड वाली योजना चुनें
- रेलवे और रोडवेज की सेवाओं में देरी या रद्दीकरण की जानकारी मोबाइल ऐप्स से लें
संभावित नुकसान और प्रशासन की तैयारियां
प्रशासन ने बताया है कि राहत दल, हेल्पलाइन नंबर और जलभराव से निपटने के लिए मशीनरी तैनात कर दी गई है। जिन इलाकों में पहले से बाढ़ का खतरा रहता है, वहां NDRF की टीमें भी अलर्ट पर हैं।
हेल्पलाइन नंबर (उदाहरण):
जिला | हेल्पलाइन नंबर |
---|---|
कोटा | 1800-180-6201 |
बारां | 01452-222202 |
चित्तौड़गढ़ | 01472-240752 |
उदयपुर | 0294-2416191 |
डूंगरपुर | 02964-230028 |
बांसवाड़ा | 02962-250421 |
राजस्थान में मानसून अपने चरम पर है और अगले कुछ दिन चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। स्कूलों के बंद होने, ट्रैफिक में दिक्कत, बिजली की समस्या और जलभराव जैसी स्थितियां आम हो सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम सरकारी अलर्ट को गंभीरता से लें, स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और अपने परिवार को सुरक्षित रखें। जो लोग गांव या छोटे कस्बों में रहते हैं, उनके लिए यह समय और ज्यादा सावधानी का है क्योंकि संसाधन सीमित होते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्र.1: क्या राजस्थान में सभी स्कूल 17 जुलाई तक बंद रहेंगे?
उत्तर: नहीं, सभी स्कूल नहीं। केवल उन्हीं जिलों में स्कूल बंद हैं जहां भारी बारिश का अलर्ट है।
प्र.2: क्या भारी बारिश से बिजली आपूर्ति पर असर पड़ेगा?
उत्तर: हां, कई जगहों पर बिजली और मोबाइल नेटवर्क बाधित हो सकते हैं।
प्र.3: क्या यात्रा को टालना चाहिए?
उत्तर: अगर जरूरी न हो तो यात्रा टालना ही बेहतर है, विशेषकर रेड अलर्ट वाले जिलों में।
प्र.4: किसान बारिश से कैसे बचाव करें?
उत्तर: खेतों की नालियों की सफाई करें और बीज-खाद को सुरक्षित स्थान पर रखें।
प्र.5: प्रशासन से संपर्क करने के लिए क्या करें?
उत्तर: अपने जिले के हेल्पलाइन नंबर या जिला प्रशासन की वेबसाइट से अपडेट लें और आवश्यकता पर तुरंत संपर्क करें।