EMI नहीं भर पाए तो कोई टेंशन नहीं! अब बैंक या एजेंट नहीं कर सकेंगे कॉल – RBI ने दी बड़ी राहत | RBI New Guidelines

RBI New Guidelines –  ईएमआई नहीं भर पा रहे हो? तो अब डरने की जरूरत नहीं है! अगर आपकी जेब थोड़ी टाइट हो गई है और बैंक या लोन एजेंट बार-बार कॉल कर रहे हैं, तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी है। RBI ने हाल ही में एक नया निर्देश जारी किया है, जिससे अब कोई भी बैंक या रिकवरी एजेंट आपकी निजी ज़िंदगी में दखल नहीं देगा। यानी अब EMI नहीं भर पाने पर रोज़ाना कॉल, धमकी या घर तक पहुंचने जैसी परेशानियां काफी हद तक कम हो जाएंगी।

क्या है मामला? क्यों आई ये नई RBI गाइडलाइंस?

हमारे देश में लाखों लोग लोन या EMI पर चीजें खरीदते हैं – जैसे घर, गाड़ी, मोबाइल, या बिज़नेस के लिए पैसा। लेकिन कई बार हालात ऐसे बन जाते हैं कि EMI समय पर नहीं भर पाते। ऐसे में बैंक और उनके एजेंट बार-बार कॉल करके या कभी-कभी डराने वाली भाषा में बात करके लोगों की मानसिक शांति भंग कर देते हैं।

इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अब ऐसी कॉल्स और उत्पीड़न पर लगाम लगाने के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं।

RBI की नई गाइडलाइंस क्या कहती हैं?

RBI ने ग्राहकों की सुरक्षा और गोपनीयता को ध्यान में रखते हुए कुछ सख्त नियम बनाए हैं:

  • अब कोई बैंक या एजेंट रात 8 बजे के बाद और सुबह 8 बजे से पहले कॉल नहीं कर सकेगा।
  • अगर ग्राहक ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वो कॉल नहीं चाहता, तो एजेंट को वो नंबर कॉल करने की अनुमति नहीं होगी।
  • एजेंट अगर दुर्व्यवहार करते हैं, तो ग्राहक उनकी शिकायत सीधे बैंक और RBI को कर सकता है।
  • कॉल की रिकॉर्डिंग जरूरी होगी ताकि अगर कोई विवाद हो तो जांच की जा सके।
  • महिला ग्राहकों से बात करने के लिए महिला एजेंट की नियुक्ति होनी चाहिए।

आम आदमी के लिए क्या बदलेगा?

अब सोचिए, एक व्यक्ति जो किसी छोटे शहर में नौकरी करता है, 20,000 की तनख्वाह में घर चलाता है और बाइक की EMI भरता है। किसी महीने मेडिकल खर्चा या बच्चों की फीस के चलते EMI छूट जाती है, तो बैंक या एजेंट के रोज़-रोज़ के कॉल से वो मानसिक रूप से टूट जाता है।

अब RBI के नए नियमों के बाद:

  • उसे बार-बार कॉल्स से राहत मिलेगी।
  • बैंक को अब उससे बात करने से पहले तय वक्त और नियमों का पालन करना होगा।
  • ग्राहकों को अब उनकी गोपनीयता और सम्मान का अधिकार मिलेगा।

किस तरह के लोन और EMI पर लागू होंगे ये नियम?

RBI की ये गाइडलाइंस सभी प्रकार के लोन और EMI पर लागू होंगी, जैसे:

  • पर्सनल लोन
  • होम लोन
  • एजुकेशन लोन
  • बिज़नेस लोन
  • क्रेडिट कार्ड का बकाया
  • EMI पर ली गई कोई भी सर्विस या प्रोडक्ट

क्यों ज़रूरी थीं ये गाइडलाइंस?

भारत में बढ़ती डिजिटल लेंडिंग और आसान EMI की सुविधाओं के चलते लाखों लोग अब क्रेडिट पर चीजें ले रहे हैं। लेकिन वसूली एजेंटों द्वारा डराने-धमकाने की घटनाएं भी तेजी से बढ़ रही थीं।

कुछ उदाहरण देखें:

ग्राहक का नाम स्थान परेशानी एजेंट का व्यवहार
सुभाष वर्मा कानपुर पर्सनल लोन की 2 EMI बाकी रोज़ाना कॉल, धमकी
रितिका शर्मा जयपुर मोबाइल की EMI चूकी कॉल के ज़रिए बदसलूकी
मनोज यादव लखनऊ होम लोन की EMI 3 महीने से रुकी घर आकर दबाव बनाना
संगीता मिश्रा भोपाल क्रेडिट कार्ड बकाया महिला होते हुए बदसलूकी
रोहित गुप्ता दिल्ली एजुकेशन लोन की EMI परिवार को जानकारी लीक की

ऐसे मामलों में ग्राहक अक्सर डिप्रेशन में चले जाते हैं या सामाजिक शर्मिंदगी का सामना करते हैं। RBI की नई गाइडलाइंस इन परिस्थितियों को रोकने का काम करेंगी।

ग्राहक क्या कर सकते हैं अगर गाइडलाइंस का उल्लंघन हो?

अगर फिर भी बैंक या एजेंट इन नियमों को तोड़ते हैं, तो ग्राहक को यह करना चाहिए:

  • बैंक की शिकायत प्रणाली में तुरंत शिकायत दर्ज करें।
  • शिकायत के स्क्रीनशॉट या रिकॉर्डिंग संभाल कर रखें।
  • RBI के “Complaint Management System” पर जाकर शिकायत करें: https://cms.rbi.org.in

मेरी खुद की राय और अनुभव

एक बार मैंने खुद एक कंज्यूमर डिवाइस पर EMI ली थी और एक महीने EMI देर से भरी। इसके चलते मुझे पूरे सप्ताह लगातार सुबह-सुबह कॉल आने लगे। वो अनुभव इतना परेशान करने वाला था कि मैंने अगले महीने से EMI चुकाने के लिए अलग से बजट बनाना शुरू कर दिया।

अब जब ये नए नियम आए हैं, तो लगता है RBI ने लोगों की भावनाओं को समझा है। क्योंकि कर्ज लेना गुनाह नहीं होता, और मुश्किल वक़्त किसी पर भी आ सकता है।

क्या इससे वाकई मदद मिलेगी?

बिलकुल। जब लोगों को ये भरोसा होगा कि वो सम्मान से बात कर सकते हैं, तो वो कर्ज की भुगतान प्रक्रिया को भी बेहतर ढंग से समझ पाएंगे। साथ ही बैंक भी अब ज़िम्मेदारी से काम करेंगे क्योंकि उन्हें पता होगा कि उनकी हर बात रिकॉर्ड हो रही है और RBI की नज़र उन पर है।

RBI की ये पहल वाकई एक सकारात्मक कदम है। इससे जहां एक ओर ग्राहकों को मानसिक राहत मिलेगी, वहीं बैंकिंग सिस्टम में पारदर्शिता और मानवता भी बढ़ेगी। अब ग्राहक बिना डर के अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने की दिशा में सोच पाएंगे।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. क्या सभी बैंकों पर ये नियम लागू होंगे?
हाँ, ये सभी रजिस्टर किए गए बैंकों और NBFC पर लागू होंगे।

2. क्या EMI नहीं भरने पर अब कोई कार्रवाई नहीं होगी?
कार्रवाई हो सकती है लेकिन अब प्रक्रिया तयशुदा और सम्मानजनक होगी।

3. अगर कोई एजेंट रात को कॉल करे तो क्या करें?
आप तुरंत बैंक और RBI को शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

4. क्या महिला ग्राहक को पुरुष एजेंट कॉल कर सकता है?
अगर ग्राहक असहज महसूस करे, तो महिला एजेंट को ही जिम्मेदारी दी जाएगी।

5. क्या EMI से जुड़ी ये सुविधा सरकारी लोन पर भी लागू होती है?
हाँ, सभी प्रकार के उपभोक्ता लोन पर ये गाइडलाइंस लागू होंगी।

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