RBI Relief Rule – अगर आपने कभी लोन लिया है तो ये दर्द आप बखूबी समझते होंगे – एक दिन की भी देरी हुई EMI भरने में, और बैंक का फोन आ जाता है, धमकी भरे अंदाज़ में। कई बार नौकरी छूटने या पैसों की तंगी के चलते लोग चाहकर भी EMI नहीं भर पाते और फिर परेशान होते हैं बैंक की लगातार कॉल्स और दबाव से। मगर अब राहत की खबर है – RBI यानी भारतीय रिज़र्व बैंक ने एक नया नियम लागू किया है जो 20 जुलाई 2025 से देशभर में सभी बैंकों और फाइनेंशियल कंपनियों पर लागू होगा। इस नियम के तहत अब EMI चूकने पर बैंक आपको बिना वजह परेशान नहीं कर पाएंगे। आइए विस्तार से समझते हैं कि ये नियम क्या है और आम आदमी को इससे क्या फायदे होंगे।
RBI का नया नियम क्या है?
भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपभोक्ताओं की सुरक्षा और मानसिक शांति को ध्यान में रखते हुए एक नया निर्देश जारी किया है। ये नियम Non-Performing Asset (NPA) डिक्लेरेशन और Recovery Process से जुड़ा हुआ है।
मुख्य बिंदु:
- बैंक अब EMI चूकने पर तुरंत रिकवरी एजेंट नहीं भेज सकेंगे।
- 30 दिन की मोहलत दी जाएगी, जिसके अंदर ग्राहक को सुधार का मौका मिलेगा।
- कॉल्स और नोटिस भेजने की प्रक्रिया पारदर्शी और सीमित होगी।
- ग्राहक की सहमति के बिना उनके कार्यस्थल या रिश्तेदारों से संपर्क नहीं किया जाएगा।
क्यों ज़रूरी था ये नियम?
आज के दौर में बेरोजगारी, स्वास्थ्य खर्च और बढ़ती महंगाई की वजह से कई लोग आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं। कई बार ऐसा होता है कि व्यक्ति समय पर EMI नहीं भर पाता और बैंक या फाइनेंस कंपनियाँ तुरंत उसे डिफॉल्टर घोषित कर देती हैं।

आम जीवन के उदाहरण:
- रमेश (दिल्ली): कोरोना के बाद नौकरी छूट गई, एक महीने की EMI लेट हो गई और बैंक वालों ने घर आकर धमकाया।
- नीता (पटना): पति बीमार थे, इलाज में खर्चा ज्यादा हो गया, EMI में देरी हुई और रिश्तेदारों को फोन करके बदनाम किया गया।
इन सब घटनाओं को देखते हुए RBI ने बैंकों की मनमानी पर लगाम लगाने का फैसला किया है।
नियम का पूरा प्रोसेस कैसे काम करेगा?
नया EMI डिफॉल्ट प्रक्रिया:
चरण | विवरण |
---|---|
1. | EMI चूकने पर बैंक ग्राहक को SMS/ईमेल/नोटिस भेजेगा |
2. | 30 दिनों की ग्रेस पीरियड दी जाएगी |
3. | इस दौरान ग्राहक अपनी स्थिति बैंक को स्पष्ट कर सकता है |
4. | बैंक एक बार रिस्ट्रक्चरिंग ऑफर कर सकता है |
5. | यदि कोई समाधान नहीं निकलता तब ही Recovery प्रक्रिया शुरू होगी |
6. | Recovery एजेंट की सीमाएं तय की गई हैं |
7. | बैंकों को हर कॉल और विज़िट का रिकॉर्ड रखना होगा |
8. | ग्राहक को उत्पीड़न से बचाने के लिए RBI को रिपोर्ट कर सकते हैं |
ग्राहकों के लिए फायदे
इस नियम से आम लोगों को क्या-क्या राहत मिलेगी:
- मानसिक शांति: EMI मिस होने पर अब डरने की ज़रूरत नहीं।
- समय मिलेगा: तुरंत डिफॉल्टर घोषित नहीं किया जाएगा।
- समाधान की गुंजाइश: बातचीत के ज़रिए समाधान निकालने का मौका मिलेगा।
- उत्पीड़न से सुरक्षा: कोई भी बैंक ग्राहक को अब डराने-धमकाने की हद पार नहीं कर सकेगा।
नियम की सीमाएं क्या हैं?
जहाँ ये नियम बहुत राहत देने वाला है, वहीं इसकी कुछ सीमाएं भी हैं:
- यह नियम उन्हीं पर लागू होगा जिन्होंने जानबूझकर नहीं बल्कि मजबूरी में EMI नहीं भरी हो।
- क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट और अनसिक्योर्ड लोन में रिकवरी थोड़ा अलग हो सकती है।
- यदि कोई ग्राहक जानबूझकर लगातार EMI नहीं भर रहा, तब बैंक कड़ा रुख अपना सकता है।
मेरी अपनी राय और अनुभव
मैंने खुद कोविड के दौरान एक लोन लिया था, जिसमें दो महीने की EMI लेट हो गई थी। उस दौरान जिस तरह की कॉल्स और दबाव झेलना पड़ा, वो बहुत ही तकलीफदेह था। अगर ये नियम तब लागू होता, तो शायद मानसिक तनाव से बचा जा सकता था।

आज जब RBI ने ये नियम लाया है, तो यकीन मानिए, ये आम लोगों के लिए किसी राहत की सांस से कम नहीं है। ये नियम खासकर मध्यम वर्ग और नौकरीपेशा लोगों के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगा।
आगे क्या करें?
अगर आप भी EMI भरते हैं या लोन लिया है, तो इन बातों का ध्यान रखें:
- समय पर EMI भरने की कोशिश करें।
- अगर किसी महीने में नहीं भर पाए, तो बैंक से ईमानदारी से बात करें।
- कोई गलत व्यवहार हो तो RBI की वेबसाइट पर शिकायत करें।
- बैंक से लिखित में हर बात का प्रमाण लें।
RBI का यह नया नियम EMI चूकने वालों के लिए एक बड़ी राहत है। इससे न केवल मानसिक दबाव कम होगा, बल्कि बैंक और ग्राहकों के बीच भरोसे का रिश्ता भी मजबूत होगा। अब ग्राहक भी अपने हक को जान सकेंगे और बिना डर के बैंक से बात कर सकेंगे। यह कदम बैंकिंग व्यवस्था को और ज्यादा मानवीय और संवेदनशील बनाने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. नया RBI नियम कब से लागू होगा?
यह नियम 20 जुलाई 2025 से पूरे देश में लागू होगा।
2. क्या हर EMI चूकने पर अब बैंक फोन नहीं करेगा?
फोन किया जाएगा, लेकिन सीमित और शालीन तरीके से, डराने-धमकाने की अनुमति नहीं होगी।
3. अगर बैंक फिर भी परेशान करे तो क्या करें?
आप RBI की ऑफिशियल वेबसाइट पर शिकायत कर सकते हैं या लोकपाल के पास जा सकते हैं।
4. क्या यह नियम हर प्रकार के लोन पर लागू होगा?
मुख्यतः यह नियम पर्सनल लोन, होम लोन और ऑटो लोन जैसे रिटेल लोन पर लागू होगा।
5. क्या 30 दिन बाद Recovery शुरू हो जाएगी?
अगर ग्राहक इस दौरान कोई समाधान नहीं करता या संवाद नहीं करता, तब बैंक रिकवरी की प्रक्रिया शुरू कर सकता है।