Sawan Somwar Astrology – सावन का महीना हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है, खासकर जब बात भगवान शिव की पूजा की आती है। इस पावन महीने में हर सोमवार को ‘सावन सोमवार’ के रूप में मनाया जाता है, जिसमें शिव भक्त उपवास रखते हैं और भोलेनाथ की आराधना करते हैं। 2025 में पहला सावन सोमवार 15 जुलाई को पड़ रहा है और ज्योतिष के अनुसार, इस बार का यह दिन तीन खास राशियों के लिए बेहद शुभ और फलदायी रहने वाला है। आइए जानते हैं कौन सी हैं वो राशियाँ और कैसे मिलेगी उन्हें शिव कृपा।
सावन सोमवार 2025 की महत्ता
सावन का महीना भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन सोमवार का व्रत करने से जीवन की कठिनाइयाँ दूर होती हैं और मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं। इस दिन शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र चढ़ाकर विशेष पूजा की जाती है।
- शिव भक्तों के लिए यह महीना तप, भक्ति और उपवास का प्रतीक होता है।
- इस दौरान शिव पुराण का पाठ, रुद्राभिषेक, और महामृत्युंजय मंत्र का जाप विशेष फलदायी होता है।
15 जुलाई 2025: पहला सावन सोमवार – खास राशियों के लिए वरदान
इस साल 15 जुलाई को पड़ने वाला सावन सोमवार तीन राशियों के जीवन में बड़े परिवर्तन लाने वाला है। इन राशियों पर शिवजी की विशेष कृपा बरसेगी, जिससे इनके जीवन में सुख-समृद्धि और नए अवसरों का आगमन होगा।
1. वृषभ राशि (Taurus)
इस राशि के जातकों के लिए यह समय आर्थिक उन्नति और पारिवारिक सुख का संकेत है।
- रुके हुए कार्य अब तेजी से पूरे होंगे।
- परिवार में कोई शुभ समाचार मिल सकता है।
- करियर में पदोन्नति या नई नौकरी के अवसर बन सकते हैं।
व्यक्तिगत उदाहरण: मेरे एक परिचित हैं जो वृषभ राशि से हैं, उन्होंने पिछले साल सावन सोमवार के व्रत किए थे। उस दौरान उन्होंने अपने करियर में एक बड़ा फैसला लिया और आज वे एक अच्छी कंपनी में उच्च पद पर कार्यरत हैं।
2. कर्क राशि (Cancer)
इस राशि के लोगों के लिए शिवजी का आशीर्वाद मानसिक शांति और संबंधों में सुधार लाएगा।
- वैवाहिक जीवन में चल रही परेशानियाँ समाप्त होंगी।
- जीवनसाथी के साथ संबंध बेहतर होंगे।
- तनावपूर्ण जीवन में संतुलन आएगा।
वास्तविक अनुभव: मेरी बहन कर्क राशि की है, और उसने सावन में हर सोमवार को मंदिर जाकर पूजा की। उस वर्ष उसके वैवाहिक जीवन में चल रही परेशानियाँ अपने आप सुलझ गईं।
3. कुंभ राशि (Aquarius)
कुंभ राशि के जातकों के लिए यह समय आत्म-विश्लेषण और आत्म-विकास का होगा।
- ध्यान और साधना में रुचि बढ़ेगी।
- आध्यात्मिक क्षेत्र में प्रगति होगी।
- धन लाभ और नए निवेश के अवसर बनेंगे।
अनुभव आधारित उदाहरण: मेरे एक मित्र जो कुंभ राशि के हैं, उन्होंने सावन सोमवार पर रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय जाप किया। उन्होंने बताया कि उन्हें मानसिक स्थिरता मिली और जल्द ही उनके नए व्यापार में मुनाफा भी हुआ।
सावन सोमवार: पूजा की विधि और महत्व
सावन सोमवार के दिन सही विधि से पूजा करना अत्यंत जरूरी होता है ताकि भोलेनाथ की कृपा प्राप्त हो सके।

पूजा विधि:
- सुबह स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें।
- शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, शहद और घी से अभिषेक करें।
- बेलपत्र, धतूरा, भांग, सफेद फूल चढ़ाएँ।
- “ॐ नमः शिवाय” और “महामृत्युंजय मंत्र” का जाप करें।
- दिनभर व्रत रखें और शाम को कथा सुनें।
सावन सोमवार व्रत से जीवन में आने वाले लाभ
सिर्फ धार्मिक ही नहीं, सावन सोमवार व्रत जीवन में व्यावहारिक लाभ भी लाता है:
- मानसिक शांति और आत्मबल की वृद्धि
- परिवार में शांति और प्रेम का वातावरण
- आर्थिक स्थिति में सुधार
- विवाह योग्य लोगों के लिए अच्छे प्रस्ताव
सच्ची कहानी: मेरी एक दोस्त ने लगातार 5 साल सावन सोमवार का व्रत किया। पहले वह बहुत अस्थिर मन की थी, लेकिन अब वह मानसिक रूप से मजबूत, आत्मनिर्भर और खुश रहती है।
इन बातों का रखें ध्यान
सावन सोमवार के दिन कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए:
- व्रत के दौरान अनाज और नमक का सेवन न करें।
- किसी से झगड़ा या कटु शब्दों का प्रयोग न करें।
- मानसिक शुद्धता और संयम बनाए रखें।
सावन 2025 का पूरा कैलेंडर
दिनांक | वार | तिथि |
---|---|---|
15 जुलाई | सोमवार | पहला सावन सोमवार |
22 जुलाई | सोमवार | दूसरा सावन सोमवार |
29 जुलाई | सोमवार | तीसरा सावन सोमवार |
5 अगस्त | सोमवार | चौथा सावन सोमवार |
12 अगस्त | मंगलवार | रक्षाबंधन |
13 अगस्त | बुधवार | सावन पूर्णिमा |
सावन सोमवार से जुड़ी मान्यताएँ
- कहा जाता है कि सावन में देवी पार्वती ने कठोर तप कर शिवजी को पति रूप में प्राप्त किया था।
- इसलिए यह महीना विवाह योग्य कन्याओं के लिए भी विशेष होता है।
- शिवजी को जल और बेलपत्र अर्पण करने से पाप नष्ट होते हैं।
15 जुलाई 2025 को आने वाला पहला सावन सोमवार तीन राशियों – वृषभ, कर्क और कुंभ – के लिए बेहद फलदायी रहने वाला है। अगर आप भी इन राशियों में से किसी एक से हैं, तो इस शुभ दिन का पूरा लाभ उठाइए। व्रत रखिए, शिव जी की भक्ति कीजिए और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव को आमंत्रित कीजिए। सावन सोमवार सिर्फ पूजा-पाठ तक सीमित नहीं, यह आत्म-संयम, भक्ति और जीवन को नया दृष्टिकोण देने वाला समय है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. सावन सोमवार का व्रत कितने दिन रखना चाहिए?
सावन महीने में जितने सोमवार आते हैं, उतने सोमवार तक व्रत रखा जाता है। अधिकतर 4 या 5 सोमवार होते हैं।
2. क्या सावन सोमवार के व्रत में फलाहार कर सकते हैं?
हाँ, व्रत में फलाहार, दूध और व्रत में मान्य चीज़ें खाई जा सकती हैं। पर अनाज और नमक से परहेज़ करें।
3. शिवलिंग पर क्या चीजें नहीं चढ़ानी चाहिए?
तुलसी पत्ता, नारियल पानी और केतकी फूल शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए।
4. सावन सोमवार व्रत कौन-कौन रख सकता है?
कोई भी भक्त—चाहे स्त्री हो या पुरुष, विवाहित या अविवाहित—इस व्रत को रख सकता है।
5. क्या सावन सोमवार पर रुद्राभिषेक ज़रूरी है?
रुद्राभिषेक करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है, लेकिन यदि संभव न हो तो जल अर्पण और “ॐ नमः शिवाय” का जाप भी प्रभावी होता है।