Solar Rooftop Subsidy Yojana – आजकल बिजली के बिल दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं, और हर महीने जेब पर भारी पड़ते हैं। ऐसे में अगर कोई स्कीम सरकार की तरफ से आए जो आपके घर की छत पर सोलर सिस्टम लगाकर बिजली का बिल कम कर दे, वो भी ₹78,000 तक की सब्सिडी के साथ, तो भला कौन मना करेगा? जी हां, सरकार ने एक बार फिर से सोलर रूफटॉप योजना को शुरू कर दिया है और 25 जुलाई से इसके लिए नए आवेदन लिए जाएंगे। चलिए जानते हैं कि यह योजना आपके लिए कैसे फायदेमंद हो सकती है।
सोलर रूफटॉप योजना क्या है?
सोलर रूफटॉप योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसके तहत आम लोग अपने घरों की छतों पर सोलर पैनल लगवा सकते हैं और बिजली उत्पादन कर सकते हैं। इससे दो फायदे होते हैं – पहला, बिजली का बिल कम होता है और दूसरा, पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचता।
योजना के मुख्य फायदे:
- ₹78,000 तक की सीधी सब्सिडी
- हर महीने ₹1,000 से ₹2,000 तक की बिजली बचत
- बिजली कटौती से छुटकारा
- 5 किलोवाट तक के सिस्टम पर ज्यादा लाभ
- 25 वर्षों तक सोलर सिस्टम की क्षमता
कौन-कौन इस योजना का लाभ ले सकता है?
इस योजना का लाभ कोई भी भारतीय नागरिक उठा सकता है जिसके पास खुद की छत हो। खासकर, निम्न वर्ग, मध्यम वर्ग, किसान, और छोटे शहरों के निवासी इसका लाभ बड़े आराम से उठा सकते हैं।

पात्रता की शर्तें:
- आपके पास खुद की छत होनी चाहिए (किराए की छत मान्य नहीं है)
- बिजली कनेक्शन आपके नाम से होना चाहिए
- डिस्कॉम से जुड़े क्षेत्र में होना जरूरी है
सब्सिडी कैसे मिलेगी?
सरकार ने सब्सिडी की प्रक्रिया को ऑनलाइन और पारदर्शी बनाया है ताकि आम आदमी को कोई परेशानी न हो।
सिस्टम क्षमता (kW) | अनुमानित लागत (₹ में) | सब्सिडी राशि (₹ में) | यूजर को देनी वाली लागत (₹ में) |
---|---|---|---|
1 kW | 60,000 | 18,000 | 42,000 |
2 kW | 1,20,000 | 36,000 | 84,000 |
3 kW | 1,80,000 | 54,000 | 1,26,000 |
4 kW | 2,40,000 | 66,000 | 1,74,000 |
5 kW | 3,00,000 | 78,000 | 2,22,000 |
नोट: सब्सिडी सीधे आपके बैंक खाते में आती है जब सिस्टम इंस्टॉल और चालू हो जाता है।
आवेदन कैसे करें?
अब आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन कर दी गई है ताकि लोग घर बैठे ही इसके लिए अप्लाई कर सकें।
आवेदन की प्रक्रिया:
- सबसे पहले mnre.gov.in या आपकी राज्य की DISCOM वेबसाइट पर जाएं
- “Solar Rooftop” सेक्शन पर क्लिक करें
- नई आवेदन प्रक्रिया में जरूरी दस्तावेज अपलोड करें (बिजली बिल, पहचान पत्र, छत की फोटो आदि)
- अपने DISCOM से अप्रूवल मिलने के बाद इंस्टॉलेशन कराएं
- इंस्टॉलेशन के बाद निरीक्षण होगा और फिर सब्सिडी बैंक खाते में ट्रांसफर होगी
रियल लाइफ उदाहरण
1. रामलाल यादव, हरदोई (उत्तर प्रदेश)
रामलाल जी ने 3 kW का सोलर सिस्टम लगवाया था। पहले उनका बिजली बिल ₹2,500 से ऊपर आता था, लेकिन अब ₹300-₹400 में काम चल जाता है। सरकार से उन्हें ₹54,000 की सब्सिडी भी मिली।

2. कविता बंसल, नागपुर (महाराष्ट्र)
कविता जी ने अपने मकान की छत पर 2 kW का सिस्टम लगवाया। उन्हें 36,000 की सब्सिडी मिली और अब गर्मियों में भी बिजली का कोई डर नहीं रहता।
मैं खुद इस योजना से कैसे जुड़ा?
मैंने खुद पिछले साल अपने घर पर 5 kW का सिस्टम लगवाया था। बिजली का खर्च लगभग खत्म हो गया है। पहले ₹3,000 महीना बिल आता था, अब कभी-कभार ₹200 आता है। साथ ही, अपने पर्यावरण के लिए कुछ करने का संतोष भी है। सब्सिडी की राशि करीब 78,000 रुपये मेरे खाते में दो महीने के भीतर आ गई थी।
इस योजना से जुड़ी जरूरी बातें
- सोलर पैनल को BIS सर्टिफाइड होना चाहिए
- इंस्टॉलेशन किसी मान्यता प्राप्त कंपनी से ही कराएं
- सिस्टम की सालाना सर्विसिंग जरूर कराएं
- सिस्टम को ग्रिड से कनेक्ट कराना अनिवार्य है
यह योजना क्यों है जरूरी?
- प्रदूषण घटाने में सहायक
- आत्मनिर्भर भारत की ओर एक कदम
- ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों को फायदा
- बिजली की बचत और आत्मनिर्भरता
अगर आप बढ़ते बिजली बिल से परेशान हैं, तो अब वक्त है सोलर रूफटॉप योजना को अपनाने का। ₹78,000 की सीधी सब्सिडी, हर महीने की बचत और पर्यावरण की सुरक्षा – यह योजना हर मायने में फायदेमंद है। सरकारी सहायता, आसान प्रक्रिया और लंबे समय तक लाभ इसे आम आदमी के लिए एक बेमिसाल योजना बनाते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्र.1: क्या मैं किराए के घर में रहते हुए इस योजना का लाभ ले सकता हूँ?
नहीं, यह योजना सिर्फ उन्हीं लोगों के लिए है जिनके पास खुद की छत है।
प्र.2: सब्सिडी कितने समय में मिल जाती है?
सिस्टम इंस्टॉल होने और निरीक्षण के बाद 30-60 दिनों के भीतर सब्सिडी आपके खाते में ट्रांसफर हो जाती है।
प्र.3: क्या यह योजना पूरे भारत में लागू है?
हां, यह योजना पूरे देश में लागू है, लेकिन राज्य के अनुसार कुछ नियम अलग हो सकते हैं।
प्र.4: क्या मैं किसी भी कंपनी से सोलर पैनल लगवा सकता हूँ?
नहीं, सिर्फ सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विक्रेता और इंस्टॉलर से ही सिस्टम लगवाना जरूरी है।
प्र.5: क्या सोलर सिस्टम का रख-रखाव मुश्किल होता है?
नहीं, आपको सिर्फ साल में एक बार सामान्य सफाई और निरीक्षण कराना होता है, जो बहुत आसान है।